कुंडली मे 7 नंबर मे सूर्य के होने से समस्या -
कुंडली मे 7 नम्बर मे यदि सूर्य बैठे हुए है तो ऐसे व्यक्ति की शादी जो टूटती है वह घमंड के कारण टूट जाती है | रिश्ते भी खराब घमंड के कारण ही होता है | अगर किसी व्यक्ति के कुंडली मे सूर्य आ जाते है तो ऐसे व्यकती घमंडी हो जाते है | जिस कारण ऐसे लोगो को शादी या विवाह मे समस्या होती है
कुंडली मे 7 नम्बर घर मे अगर शनि आ जाये -
अगर 7 नम्बर घर मे शनि आ जाये तो भी समस्या होती है तो ऐसे व्यक्ति को सलाह है की 30 साल की कम मे शादी नहीं करनी चाहिए | मतलब 30 साल की उम्र बीतने के बाद ही शादी करनी चाहिए | अगर 30 साल के पहले शादी करते है | अगर वह लड़की है तो लड़का का और लड़का है तो लड़की का कुंडली मिलान करले | उसका गमांस पोर्टिवल | जो भी कुंडली होता है उसका मिलान करले |उसके बाद ही शादी करे | अगर यह न कर रहे है तो शादी 30 साल बाद ही करे इससे कोई समस्या नहीं आती |
सप्तम स्थान पर घर मे शनि का प्रभाव -
अगर 7 वे घर मे मंगल आ जाये तो आपको बता दे यह मांगलिक दोष भी माना जाता है साथ ही समस्या उत्पन्न करता है | जैसे - घरेलू कलश, झंझट, लड़ाई के कारण बनाते है पार्टनर के साथ | पार्टनर एक दूसरे की बात नहीं मानते | इसके कारण यहा समस्या उत्पन्न होती है |
सप्तम स्थान पर राहू होने से समस्या -
सप्तम स्थान पर अगर राहू प्रकट हो जाये तो समझिए शादी टूटने का कारण है क्योकि ऐसे व्यक्ति के जीवन मे एक से अधिक अफेयर होने का लक्षण बनाते है | राहू दिमाग भटकाने मे मदद करता है तो ऐसे मे अगर आपके कुंडली मे 7वे स्थान पर राहू है तो थोड़ा संयम रखने की जरूरत है | नहीं तो शादी टूटने का कारण बन सकता है |
सप्तम स्थान पर केतू आने पर समस्या -
अगर किसी व्यक्ति के कुंडली मे सप्तम स्थान पर केतू आ जाये तो शादी टूटती नहीं लेकिन छोटा मोटा कलश या झगड़ा होता रहता है |
अगर 7 वे घर मे मंगल आ जाये तो आपको बता दे यह मांगलिक दोष भी माना जाता है साथ ही समस्या उत्पन्न करता है | जैसे - घरेलू कलश, झंझट, लड़ाई के कारण बनाते है पार्टनर के साथ | पार्टनर एक दूसरे की बात नहीं मानते | इसके कारण यहा समस्या उत्पन्न होती है |
सप्तम स्थान पर राहू होने से समस्या -
सप्तम स्थान पर अगर राहू प्रकट हो जाये तो समझिए शादी टूटने का कारण है क्योकि ऐसे व्यक्ति के जीवन मे एक से अधिक अफेयर होने का लक्षण बनाते है | राहू दिमाग भटकाने मे मदद करता है तो ऐसे मे अगर आपके कुंडली मे 7वे स्थान पर राहू है तो थोड़ा संयम रखने की जरूरत है | नहीं तो शादी टूटने का कारण बन सकता है |
सप्तम स्थान पर केतू आने पर समस्या -
अगर किसी व्यक्ति के कुंडली मे सप्तम स्थान पर केतू आ जाये तो शादी टूटती नहीं लेकिन छोटा मोटा कलश या झगड़ा होता रहता है |
दो विवाह योग कुंडली Online जाने ?
- दो शादी का योग जो होता है वह ऐसे बनाता है - अगर कुंडली मे सप्तम स्थान पर एक साथ सूर्य के साथ शनि आ गए तो निश्चित है आपके भाग्य मे दो शादी होने का योग है | मतलब सप्तम स्थान पर दो ग्रह सूर्य और शनि आ जाये तो दो शादी का योग बनता है |
- अगर सूर्य के साथ राहू या फिर सूर्य के साथ केतू भी आ जाये तो भी दो शादी होने के कारण कुंडली मे बनता है |
- मंगल और राहू अगर सप्तम स्थान पर एक साथ आए तो इसमे कोई समस्या नहीं क्योकि यह दो शादी होने का योग नहीं है |
- शुक्र के साथ किसी भी स्थान पर अगर कोई अन्य ग्रह जैसे - सूर्य, शनि, मंगल, राहू और केतू कोई भी जाए तो ऐसे व्यक्ति के कुंडली मे दो शादी होने का 100% चांस बनता है | मतलब शुक्र के साथ कोई भी ग्रह अपना समावेश करे |