गौतम बुद्ध का जीवन परिचय
इनकी पत्नी का नाम यशोधरा था और इनके एक पुत्र था। उसका नाम राहुल था और उन्हें 35 वर्ष की आयु में उरुवेला में वटवृक्ष के नीचे महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया जो कि धर्म चक्र प्रवर्तक कहलाया। महात्मा बुद्ध ने सबसे ज्यादा उपदेश कौशल की राजधानी श्रावस्ती में दिए थे। उपाली महात्मा बुद्ध के प्रधान शिष्य थे। आनंद महात्मा बुद्ध के सबसे प्रिय शिष्य थे
आनंद के कहने पर ही महात्मा बुद्ध ने महिलाओं को भी बौद्ध धर्म में प्रवेश करने की अनुमति दी थी। कमल दिखने का अर्थ है कि महात्मा बुद्ध का जन्म हो चुका है। शान शान देखने का अर्थ है कि उनमें योवन आ चुका है। सिंह का अर्थ है कि उनके जीवन में समृद्धि की वृद्धि हो रही है। हास्य अश्व का अर्थ है कि उन्होंने गृह त्याग दिया है। बोधि वृक्ष यानी कि पीपल इसका अर्थ है उनके जीवन में ज्ञान की प्राप्ति हो चुकी है। धर्मचक्र धर्मचक्र का अर्थ उन्होंने अपना प्रथम उपदेश दे दिया है। पद चिंह पद चिन्ह निर्माण का संकेत देते हैं। स्तूप स्तूप उनके जीवन में प्रमुख है क्योंकि स्तूप उनके महापरिनिर्वाण का निधन का संकेत था