मोक्ष प्राप्ति मंत्र इन हिंदी MOKSHA PRAPTI MANTRA HINDI
मोक्ष प्राप्ति मंत्र इन हिंदी MOKSHA PRAPTI MANTRA HINDI मोक्ष प्राप्ति का मंत्र कलयुग में मोक्ष प्राप्ति के उपाय मोक्ष के योग्य व्यक्ति कौन होता है?
MOKSHA PRAPTI MANTRA HINDI मोक्ष की अवधि कितनी है मोक्ष प्राप्ति का मार्ग मोक्ष में कितने जीव है? हिन्दू परम्परा में मोक्ष प्राप्ति का मार्ग है
भारतीय दर्शन मे नशवरता को दुख का कारण माना गया है संसार आवागमन, जन्म-मरण और नश्वरता का केंद्र हैं। इस प्रपंच तरीके से मुक्ति पाना ही मोक्ष प्राप्त करना कहा जाता है
मोक्ष प्राप्ति मंत्र इन हिंदी MOKSHA PRAPTI
मोक्ष प्राप्ति मंत्र इन हिंदी MOKSHA PRAPTI MANTRA HINDI : बौद्धगया बिहार मे स्थित एक धार्मिक स्थल है जिसे बोध धर्म का तीर्थ स्थान भी कहा जाता है बोधगया मे एक मंदिर मौजूद है जिसे महाबोधि मंदिर के नाम से जाना जाता है इस मंदिर का बोध धर्म मे विशेष स्थान का दर्जा दिया जाता है
इन स्थानो पर आपको या हमे बोधि वृक्ष के वंसज देखने को मिलते है जहा पर बुध्दा अपना प्रबोधन करते है कहा जाता है अगर किसी को मौक्ष प्राप्त करना है
तो उसके लिए यही एक ऐसा स्थान है जहा पर पिंडदान करके मोक्ष प्राप्त कर सकता है साथ ही पिंडदान यहा करना बढ़िया माना जाता है
पिंडदान करना - चावल और आटे को मिक्स कर एक साथ गुथकर बनाया गया एक गोलाकार पिंड होता है | पिंडदान आत्मा को अर्पित किया जाता है
शास्त्रो मे पितृ को एक उच्च स्थान दिया गया है इस कारण ही पितृ क्रिया सम्पूर्ण विधिविधान से निभाया जाता है | पिंडदान मे जब तक 5 ब्राह्मण को भोजन न कराया जाए तब तक अधूरा माना जाता है | पितृ में मृत पूर्वजों, माता, पिता, दादा, दादी, नाना, नानीसहित सभी पूर्वज आते हैं
MOKSHA PRAPTI MANTRA HINDI
गौतम बुध्द ज्ञान प्राप्ति स्थान कहा है - मोक्ष प्राप्ति मंत्र इन हिंदी MOKSHA PRAPTI MANTRA HINDI
कहा जाता है बोधगया के फाल्गु नदी के किनार वह बोधिवृक्ष मौजूद है जिसके नीचे गौतम बुध्द को ज्ञान प्राप्त हुआ यह वही बोधिवृक्ष है जहा पर बैठकर गौतम बुद्ध ने कठोर तपस्या की थी
इस कठोर तपस्या के बाद गौतम बुध्द को बैशाख पुर्णिमा के दिन ज्ञान प्राप्त हुआ जब गौतम बुध्द की मृत्यु हुई तो यही पर मठो का निर्माण कराया गया
भगवान बुद्ध की पदमासन की अवस्था मे मूर्ति महाबोधि मंदिर इसी जगह स्थित है जो खुद के वास्तुकला के लिए जाना जाता है
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