श्री राधा जी के 32 नाम Radha Ji Ke 32 Naam Hindi Mein

श्री राधा जी के 32 नाम radha ji ke 32 naam hindi mein 28 नाम राधा जी के श्री राधा जी के 32 नाम का स्मरण करें

श्री राधा जी के 32 नाम Radha Ji Ke 32 Naam Hindi Mein: अगर आप श्री राधा जी के 32 नाम का स्मरण करते है तो आपके जीवन मे सुख, प्रेम और शांति की प्राप्ति होगी आगे जाने श्री राधा जी के 32 नाम क्या है?

कर जोरि वन्दन करूं मैं नित नित करूं प्रणाम

रसना से गाती/गाता रहूं श्री राधा राधा नाम

shri radha ji ke 32 naam


श्री राधा जी के 32 नाम

राधा जी कई नाम है ऐसे में आइये जाने श्री राधा रानी जी 32 नाम के बारे में जो निम्नलिखित है

  • मृदुल भाषिणी श्री राधा श्री राधा !!
  • सौंदर्य राषिणी राधा ! राधा !!
  • परम् पुनीता श्री राधा श्री राधा !!
  • नित्य नवनीता राधा ! राधा !!
  • रास विलासिनी राधा ! राधा !!
  • दिव्य सुवासिनी राधा ! राधा !!
  • नवल किशोरी राधा ! राधा !!
  • अति ही भोरी राधा ! राधा !!
  • कंचनवर्णी राधा ! राधा !!
  • नित्य सुखकरणी राधा ! राधा !!
  • सुभग भामिनी राधा ! राधा !!
  • जगत स्वामिनी राधा ! राधा !!
  • कृष्ण आनन्दिनी राधा ! राधा !!
  • आनंद कन्दिनी राधा ! राधा !!
  • प्रेम मूर्ति राधा ! राधा !!
  • रस आपूर्ति राधा ! राधा !!
  • नवल ब्रजेश्वरी राधा ! राधा !!
  • नित्य रासेश्वरी राधा ! राधा !!
  • कोमल अंगिनी राधा ! राधा !!
  • कृष्ण संगिनी राधा ! राधा !!
  • कृपा वर्षिणी राधा ! राधा !!
  • परम् हर्षिणी राधा ! राधा !!
  • सिंधु स्वरूपा राधा ! राधा !!
  • परम् अनूपा राधा ! राधा !!
  • परम् हितकारी राधा ! राधा !!
  • कृष्ण सुखकारी राधा ! राधा !!
  • निकुंज स्वामिनी राधा ! राधा !!
  • नवल भामिनी राधा ! राधा !!
  • रास रासेश्वरी राधा ! राधा !!
  • स्वयं परमेश्वरी राधा ! राधा !!
  • सकल गुणीता राधा ! राधा !!
  • रसिकिनी पुनीता राधा ! राधा !!

Radha Ji Ke 32 Naam Hindi Mein

Radha Ji Ke 32 Naam Hindi Mein: अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से श्री राधा रानी के 32 नाम का जप करें ऐसे में उस व्यक्ति को प्रभु गोद मे बेठाकर अपना स्नेह देते है | ब्रहमवैवर्त पुराण मे इस बात को खुद श्री विष्णु जी ने कहा है कि -

जो व्यक्ति जाने अंजाने मे श्री राधा नाम कहेगा उसके आगे मे सुदर्शन लेकर चलता हु एंव उसके पीछे भगवान शिव जी उनका त्रिसुल लेकर चलते है साथ ही दायी और इन्द्र व्रज और बाई और वरुण देव छत्र लेकर चलते है

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