सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM

सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM भारत के 7 अजूबे के नाम दुनिया के सात अजूबे के नाम और फोटो प्राचीन दुनिया के सात अजूबे
SAAT AJOOBA KA NAAM भारत के 7 अजूबे के नाम सात अजूबे कौन-कौन से हैं 

हमारी यह दुनिया बहुत ही खूबसूरत है और इस दुनिया मे ऐसे कई चीजे मौजूद है जिनकी गिनती आज संसार के सात अजूबे मे की जाती है आगे जाने सात अजूबा कौन-कौन सा है फोटो इतिहास.
    सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM
    जार्डन का ‘पेट्रा

    सात अजूबे कौन-कौन से हैं

    दुनिया में कुल 7 अजूबे है उनके नाम और फोटो निम्नलिखित है -
    • चीन की दीवार
    • क्राइस्ट द रिडीमर
    • जार्डन का ‘पेट्रा
    • ताजमहल
    • रोम का कॉलोसियम
    • माचू पिच्चू
    • चिचेन इत्जा

    चीन की दीवार

    संसार के सात अजूबो मे चीन की दीवार भी है और इस दीवार को 5वी सदी ईसा पूर्व बनाना शुरू किया गया था और 16वी सदी मे बना कर तैयार किया गया | चीन की दीवार चीन की उत्तरी सीमा पर स्थित है | कहा जाता है कि यह दीवार संसार मे मानव निर्मित पहली सबसे लंबी रचना है

    इस दीवार की लंबाई 4 हजार मील है मतलब 6400 KM | इस दीवार की उचाई 35 फुट है जो चीन को दुश्मनों से सुरक्षा प्रदान करती है
    सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM
    चीन की दीवार

    क्राइस्ट द रिडीमर

    जनेरो मे स्थापित ईसा मसीह की एक प्रतिमा है इस स्टेचू को दुनिया का सबसे बड़ा आर्ट डेको स्टैच्यू माना जाता है | इस प्रतिमा की उचाई 39.6 मीटर और चौड़ाई 30 मीटर है और इसका आधार 9.5 मीटर और इसका वजन 635 टन है

    यह प्रतिमा ईसाई धर्म का एक प्रतीक है साथ ही यह प्रतिमा रियो और ब्राज़ील की एक पहचान है | इस प्रतिमा का निर्माण सन 1922 - 1931 के बीच किया गया था |

    सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM
    क्राइस्ट द रिडीमर
    जार्डन का ‘पेट्रा

    जार्डन का पेत्रा आज के समय मे आधुनिक आश्चर्यों मे से एक माना जाता है | जार्डन का पेत्रा तरह तरह की पत्थर की इमारतों के लिए प्रसिद्ध है और इन इमारतों को लाल चट्टानों से बनाया गया है | यहाँ पर एक नक्कासी मंदिर जोकि 138 फुट ऊंचा है काफी प्रसिद्ध है साथ ही पेत्रा एक "होर" नाम के पहाड़ की ढलान पर बनाया गया है

    सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM

    सात अजूबे कौन-कौन से हैं SAAT AJOOBA KA NAAM :

    ताजमहल

    ताजमहल के बारे मे आप जानते ही है कि ताजमहल को मुगल बादशाह शांहजहा ने मुमताज़ की याद मे बनवाया था | ताजमहल को बनने मे पूरे 15 साल का समय लगा

    ताजमहल मे खूबसूरत गुम्बद बने हुए है और ताजमहल चारो तरफ से बगीचो से घिरा हुआ है ताजमहल का निर्माण 1632 मे किया गया | ताजमहल को देखने से पता चल जाएगा कि यह मुगुल शिल्पकला का बेजोड़ नमूना है | ताजमहल को प्यार की निशानी के नाम से भी जाता है | आज ताजमहल दुनिया के सात प्राचीन अजूबो मे शामिल है

    रोम का कॉलोसियम

    रोम का कॉलोसियम भी सात आश्चर्यों मे से एक है | रोम का कॉलोसियम का लेटिन नाम एम्फीथिएटरम फ्लावियम है और अँग्रेजी मे फलावियन एम्फीथिएटरम कहा जाता है | लेकिन इसका प्रसिद्ध नाम जिससे जाना जाता है कालोसियम है | यह एक विशाल स्टेडियम है जिसे 70वी सदी मे वेस्पियन सम्राट द्वारा बनाना चालू किया गया था | 

    इस स्टेडियम मे 50 हजार लोग एक साथ जानवरो और गुलामो की खूनी लड़ाई देख सकते है | इसकी खासियत यह की आज लगभग जीतने भी स्टेडियम बनाए जाते है उन्हे इस स्टेडियम की नकल ही बनाया जाता है लेकिन रोम का कॉलोसियम की नकल कर पाना आज भी मुश्किल है 

    saat ajuba
    रोम का कॉलोसियम

    माचू पिच्चू (Machu Picchu)

    माचू पिच्चू को सन 2007 मे सात अजूबे मे शामिल किया गया | यह अमेरिका के पेरु मे सतह से 2430 मीटर ऊपर यानि एंडीज़ पर्वतो पर स्थित है | माचू पिच्चू (Machu Picchu) सतह से 2430 मीटर ऊपर पहाड़ो पर एक शहर बसा हुआ है जोकि खुद मे एक अजूबा ही है

    यहा पर कभी सम्पन्न नगरी थी पर माचू पिच्चू (Machu Picchu) पर स्पेन के आक्रमणकारी चेचक जैसी बीमारी यहा फेला लिए जिसके कारण यह शहर बर्बाद हो गया | 

    saat ajuba
    माचू पिच्चू

    चिचेन इत्जा (Chichen Itza) - चिचेन इत्जा मेक्सिको मे बसा हुआ है और यह माया सभ्यता की सबसे खूबसूरत इमारत है | शहर के बीच मे 79 फिट ऊंचा कूकूलकन का मंदिर स्थित है | इसकी चारो दिशाओ मे 91 सीढ़िया है और हर के सीढ़ी साल के 1 दिन का प्रतिक है और चबूतरा 365वा दिन का प्रतीक है