छठ पूजा क्यों मनाया जाता है CHHATH PUJA KYU MANATE HAI

छठ पूजा क्यों मनाया जाता है CHHATH PUJA KYU MANATE HAI बिहार में छठ पूजा क्यों मनाया जाता है chhath puja 2023 छठ कब और क्यों मनाया जाता है?

छठ पूजा क्यों मनाया जाता है CHHATH PUJA KYU MANATE HAI चैती छठ क्यों मनाया जाता है छठ पूजा कैसे मनाया जाता है छठ पूजा कहां मनाया जाता है

CHHATH PUJA 2023 : छठ पूजा हिन्दू धर्म के मानने वाले बहुत ही धूमधाम से मनाते है लेकिन ऐसे बहुत से लोग सवाल करते है  छठ पूजा क्यों मनाया जाता है ऐसे में इन हिंदी जानकारी लेकर हाजिर है छठ पूजा कैसे मनाया जाता है.

छठ पूजा क्यों मनाया जाता है CHHATH PUJA KYU MANATE HAI

छठ पूजा क्यों मनाया जाता है CHHATH PUJA

छठ पूजा क्यों मनाया जाता है CHHATH PUJA KYU MANATE HAI: छठ त्यौहार कार्तिक माह के शुक्ल षष्ठी को मनाया जाता है छठ त्यौहार का मुख्य केंद्र बिहार है लेकिन इसके पडोसी राज्यों में जैसे उत्तर प्रदेश पूर्व, झारखण्ड में भी मनाया जाता है साथ ही नेपाल देश पर भी छठ पर्व का असर पड़ा है तो नेपाल में भी छठ पर्व कुछ जगहों पर मनाया जाता है

छठ पर्व पर लोगो की मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से सभी मनोकामनाए पूरी होती है इस पर्व पर महिलाओं द्वारा व्रत रखा जाता है खासकर वह महिलाए इस व्रत को रखती है जो निःसंतान होती है क्योकि उनका मानना है कि इस पूजा को करने से संतान की प्राप्ति होती है जिन दंपत्ति को संतान का सुख नहीं प्राप्त हुआ हो उनके लिए छठ पर्व और छठ व्रत वरदान साबित हुआ

छठ पूजा कैसे मनाया जाता है

CHHATH PUJA - छठ पूजा कैसे मनाया जाता है छठ पर्व हिन्दू धर्म के प्रमुख पर्व में से एक है तो आगे जाने छठ पर्व या छठ पूजा क्यों मनाया जाता है इन हिंदी
  • छठ पर्व पर प्रात:काल स्नान करके संकल्प लिया जाता है
  • और इस मंत्र का उच्चारण किया जाता है
  • ॐ अद्य अमुक गोत्रो अमुक नामाहं
  • मम सर्व पापनक्षयपूर्वक शरीरारोग्यार्थ
  • श्री सूर्यनारायणदेवप्रसन्नार्थ श्री सूर्यषष्ठीव्रत करिष्ये।
  • छठ पर्व पर पूरा दिन निराहार रहकर व्रत को पूरा किया जाता है
  • साथ ही यह व्रत निर्जल व्रत होता है
  • पूरा दिन निर्जल और निराहार होने के बाद शाम को नदी या तालाब की तरफ लोग जाते है
  • और नदी में स्नान करते है और सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है।
  • इस पर्व में सूर्य देव की पूजा की जाती है उन्हें अर्घ्य दिया जाता है।
  • सूर्य देव के साथ-साथ छठी मैया की भी पूजा होती है।
  • मान्यता है कि छठी मैया संतानों की रक्षा करती हैं और उन्हें दीर्घायु प्रदान करती हैं।
  • पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए ये पर्व मनाया जाता है।
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