रेल म्यूजियम गोरखपुर की कहानी special story of gorakhpur rail museum

रेल म्यूजियम गोरखपुर की कहानी special story of gorakhpur rail museum रेल म्यूजियम खुलने का समय [ rail museum gorakhpur opening time का इतिहास जानकारी

Special Story of Gorakhpur Rail Museum : अगर आप गोरखपुर में है तो आपको रेल म्यूजियम गोरखपुर का एक बार दौरा जरुर करना चाहिए क्योकि यहाँ आपको प्राचीन रेलवे और राजा महराजा से जुड़े कई चीजे देखने को मिलता है. आपको बता दे रेलवे म्यूजियम गोरखपुर १२० साल पुराना है और एक समय था इस म्यूजियम को बंगला नंबर पांच के नाम से जाना जाता था

rail museum gorakhpur opening time

रेल म्यूजियम गोरखपुर के बारे में जानकारी

रेल म्यूजियम गोरखपुर का इतिहास काफी पुराना है ऐसे में हम आपको रेलवे म्यूजियम गोरखपुर के बारे में कुछ विशेष जानकारी बता रहे है :
  • रेल म्यूजियम गोरखपुर लगभग 120 साल पुराने भवन में बनाया गया है
  • पुराने समय में रेल म्यूजियम को बंगला नंबर पांच के नाम से जाना जाता था
  • रेल म्यूजियम गोरखपुर की नीव लगभग १८९० - १९०० के बीच रखी गई
  • रेल म्यूजियम की  नीव सन 2005 में लालू प्रसाद यादव रेलमंत्री के द्वारा रखा गया था
  • रेल म्यूजियम गोरखपुर शहर के बीचो बीच बनाया गया है
  • आपको रेल म्यूजियम गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे का पहला इंजन लार्ड लोरेन्स काफी आकर्षित करता है तो आ[पको बता दे लार्ड लोरेन्स का निर्माण सन १८७४ में लन्दन में हुआ था और इसे के बड़ी नाव के जरिये कोलकाता में सबसे पहले लाया गया

रेलवे म्यूजियम गोरखपुर Railway museum Gorakhpur

अगर आपके बच्चे छोटे है तो आपको अपने बच्चो को रेलवे म्यूजियम गोरखपुर जरुर घुमाना चाहिए क्योकि रेलवे म्यूजियम बच्चो को लुभाने के लिए सबसे बढ़िया केंद्र है यहाँ पर बच्चे टॉय ट्रेन में दौड़ लगाकर चढ़ते है.

ट्रेन चलाने के लिए रेलवे म्यूजियम में रेलवे ट्रेक बने है जिसपर ट्रेन को चलाया जाता है ट्रेन चलते समय सुरंग और क्रासिंग को पार करती है और इस ट्रेन के स्टेशन का नाम गोल्फ कोर्स रखा गया है

ट्रेन में बैठकर अगर आप खाने का लुत्फ़ लेना चाहते है तो रेल म्यूजियम गोरखपुर से अच्छी जगह और क्या हो सकती है ट्रेन में खाने का मजा देने के लिए म्यूजियम के ट्रेन में प्लेस ऑन व्हील और हैरिटेज कोच मौजूद है जहाँ पर आप बैठकर नास्ता और भोजन का मजा ले सकते है
  • 1909 में लंदन से मंगाई गई घड़ी रुझान बढ़ाती है। इसके अलावा बीएफआर स्टीमर, पुरानी तस्वीरें, बाक्स कैमरे, प्लेट कैमरे, स्टेशन टोकन सिस्टम के मॉडल, रेलवे के पुराने उपकरण, सर्च लाइट तथा सैलून के मॉडल आकर्षित करते हैं।
  • म्यूजियम में एक लाइब्रेरी भी है, जिसमें रेल संचलन से जुड़ी पुरानी पांडुलिपियां, पुस्तकें, डाक टिकट, समय सारणी, सर्वेक्षण रपट आदि सहेज कर रखी हुई हैं

रेल म्यूजियम खुलने का समय [ rail museum gorakhpur opening time ]

रेल म्यूजियम सोमवार को छोड़कर प्रत्येक दिन दोपहर 12 से रात आठ बजे तक खुलता है। प्रवेश शुल्क दस रुपये निर्धारित हैं। बाल रेल गाड़ी पर चढऩे के लिए अलग से दस रुपये का टिकट लेना पड़ता है। म्यूजियम इंचार्ज ओम प्रकाश के अनुसार रोजाना औसत 500 सौ लोग म्यूजियम का आनंद उठाते हैं